होली का त्योहार

Avatar
meenu yatin

1 Aug 20241 min read

Published in poetry

होली का त्योहार

ठंडक की बिदाई है
गर्मी का आगमन है ।
फागुनी बयार कह रही है
चल पड़ा फागुन है ।

ठंडई की ठंडक
गुझिया की मिठास है
हर कोई झूमे
अपनों के संग
हर मन में उल्लास है

लाल हरा गुलाबी पीला
सतरंगी सा रंग रंगीला
धरती गीली अंबर नीला
बरसाने में कान्हा की
गूँज रही है सारी लीला

ढोल -ताशे, हँसी-ठिठोली
होलहारों की निकली टोली
गालों पर गुलाल है
कहीं पीला कहीं लाल है
रंग ही रंग हर तरफ
है रंग से सब सरोबार
सबके घर खुशियों के
रंग सजाये,
होली का त्योहार।

 

मीनू यतिन

Comments (0)

Please login to share your comments.



होली का त्योहार

Avatar
meenu yatin

1 Aug 20241 min read

Published in poetry

होली का त्योहार

ठंडक की बिदाई है
गर्मी का आगमन है ।
फागुनी बयार कह रही है
चल पड़ा फागुन है ।

ठंडई की ठंडक
गुझिया की मिठास है
हर कोई झूमे
अपनों के संग
हर मन में उल्लास है

लाल हरा गुलाबी पीला
सतरंगी सा रंग रंगीला
धरती गीली अंबर नीला
बरसाने में कान्हा की
गूँज रही है सारी लीला

ढोल -ताशे, हँसी-ठिठोली
होलहारों की निकली टोली
गालों पर गुलाल है
कहीं पीला कहीं लाल है
रंग ही रंग हर तरफ
है रंग से सब सरोबार
सबके घर खुशियों के
रंग सजाये,
होली का त्योहार।

 

मीनू यतिन

Comments (0)

Please login to share your comments.