
एक मासूम चेहरा

एक मासूम चेहरा
मासूम है चेहरा उसका
आँखे भी बडी़ मासूम हैं
वो कितनी खूबसूरत है
ये उसको कहाँ मालूम है।
उसकी सादगी ही
उसका सिंगार है
उसकी खामोशी में
भी बडी़ आवाज है
वो चुप रह कर भी
कितना कुछ
कह जाती है
वो चाहती है जिसे,
उस पर ,अपना
हक जताती है।
उसकी ये
अदाएं उसे और
खूबसूरत बनाती हैं।
मीनू यतिन
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