देवतामय शरीर ‘मेरे राम’
वेद के ऋचा की ही बात सद्गुरु कबीर सतही भाषा में कहते हैं कि पाँच तत्वों एवं तीन गुणों से इस शरीर का निर्माण परम पुरुष ने किया है।
वेद के ऋचा की ही बात सद्गुरु कबीर सतही भाषा में कहते हैं कि पाँच तत्वों एवं तीन गुणों से इस शरीर का निर्माण परम पुरुष ने किया है।
राम अयोध्या पहुँचते हैं। भरत भक्ति, श्रद्धा के प्रतिरूप हैं। वे स्वागत करते हैं।