Tagged: fiction

मुझे प्यार हुआ था

आज ऑफिस के किसी जरूरी क्लाइंट के साथ मीटिंग थी इसलिए रोहित सुबह ही उठ गया था। अपनी प्रेज़ेंटेशन को एक दफा फाइनल टच देने का सोच कॉफ़ी का मग हाथ में लिए लैपटॉप में डूबा हुआ था।

अधूरे सपने

“पल्लवी, पल्लवी जल्दी करो यार! देर हो रही है हमे” आकाश की बाते पल्लवी के दिलो-दिमाग में तरंगे पैदा कर रही थी

स्टील का टिफिन

यह कहानी मेरे दोस्त सियाराम शर्मा की है। जितना उनके बारे में कहा जाये कम ही हैं। शांत स्वभाव, अपने कर्मो में भरोसा रखने वाले व्यक्ति हैं।

Another Monsoon

Asmita struggled with the cloth dryer stand, half pulling, half lifting with the heap of wet clothes stumbling upon her, dragging the stand through the narrow balcony door, then bedroom , finally dumping it in the guest room.