
बारिश

बारिश
बिन मौसम बेकार की बारिश
बिन तेरे किस काम की बारिश
अब बूँदों में बात नहीं वो,
है खाली बस नाम की बारिश।
सोंधी मिट्टी की खुशबू से
बचपन याद आए मुझको
मेरे मन की धरती पर भी
बरसी, तेरी याद की बारिश।
बादल का घर छोड़े
तब धरा से नाता जोडे़
गिरते ही बिगरे, फैले
आती नभ से प्यार की बारिश।
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