
एक वक्त आएगा
एक वक्त आएगा
जानती हूं एक वक्त आएगा,
जब वो मेरे सामने होगा।
उसका हाथ किसी और के साथ होगा,
और मेरा किसी और के साथ होगा।
यकिन है मुझे कि मै पहचान लूंगी,
मगर शायद उसे मुश्किलें होंगी।
उसके बारे में मैंने इन्हें जरूर बताया होगा,
मगर मेरे बारे उसने किसी को नहीं बताया होगा।
उसे अपनी जिंदगी में लाने के लिए मैंने हर मुमकिन कोशिश की थी ,
मगर उस वक्त जिंदगी में शायद कुछ और ही होना था।
यकीन है मुझे उसे देख अब मैं अफसोस में नहीं होंगी,
मगर मुझे देख शायद वो सोच में डूबा होगा।
जानती हूं एक वक्त आएगा,
जब वो मेरे सामने होगा।
उसका हाथ किसी और के साथ,
और मेरा किसी और के साथ होगा।
रचयिता – स्वेता गुप्ता
Photo by Ольга Солодилова: https://www.pexels.com/photo/back-view-of-couple-9619135/
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