
जमाना

जमाना
तेरे ख्याल से कभी
गुजरते साल से कभी
जवाबों में उलझे रहे
चुभते सवाल से कभी
जाने वो हाल उसका,
गुजरे उस हाल से कभी
मौसम बदले सदियाँ बदली
ठहरा रहा जो उस मलाल से कभी
जाओ जरा पूछो, कैसे जिया था वो
हाल दर हाल बेहाल से कभी
उंगलियां उठीं कितनी, तानों की गिनती ही क्या
बेनाम हो गया वो, फनकार था कभी
वक्त के थपेडो़ ने बदला ,जिंदगी ने तराशा
बेमिसाल हो गया है जो बेकार था कभी
ऐसा ही कुछ चलन है जमाने का
बदलता है अपने हिसाब से
कर दे कभी रुसवा और मिसाल दे कभी
मीनू यतिन
Photo by Azraq Al Rezoan : https://www.pexels.com/photo/happy-indian-woman-with-bright-flower-and-bindi-5433936/
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