
सफर

सफर
नहीं से हाँ तक
आने का सफर
मायूसी से
मुसकुराने का सफर
तुम्हारे साथ गुजरे तो
जिंदगी को जिंदगी समझूं
तुम्हारे साथ ही जिंदगी
है प्यार का सफर।
संभाले कभी वो हमें
कभी हम उन्हें
वो खूबसूरत लम्हे
जो जीवन में रंग भरें
उनके साथ जीवन है
दोस्ती का सफर ।
खुद में तलाशा खुद को
खुद के साथ जब से खुशी पाई
खुद का ही हो जाता है
खुद के भीतर एक सफर।
हम तुम हैं मुसाफिर
राह में मिलेगें छूटेगें
मंजिल सबकी एक ही
ये जिंदगी भी दोस्त
है एक सफर।
मीनू यतिन
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