
तार्रुफ़

तार्रुफ़
मेरे अल्फाज मेरे तालीम की फिक्र करते हैं
मेरा लहजा मेरी परवरिश बयां करता है ।।
मैं सजदे में सिर जब भी झुकाती हूँ
मेरा दिल तेरे वास्ते दुआ करता है ।।
मेरे आइने में झलकता है अक्स तेरा
मेरा दिल तुझे इतनी वफा करता है ।।
मेरे दिल की मासूमियत पता है रब को
वो मेरे हक में फैसले अता करता है ।।
मैं गर भूल भी जाऊं खुद को
वो संभालता है मुझे
मुझे मुझसे ज्यादा मुहब्बत खुदा करता है।।
मीनू यतिन

Comments (0)
Please login to share your comments.