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मिल जाना इस बार होली में

रंगों की सतरंगी रंगोली में
सखियों यारों की टोली में
बरसों पहले देखा था
तुमको मैने होली में
फिर पुकारो नाम मेरा
अपनी मीठी बोली में
मिल जाना इस बार होली में।
कोई सवाल जवाब नहीं
किसी बात का कोई हिसाब नहीं
बीते बस हँसी ठिठोली में
मिल जाना इस बार होली में ।
फागुनी बयार लिए
फिर आंखों में वही प्यार लिए
इस बार भी रंग दो गालों को
आना हाथों में लाल गुलाल लिए
मिल जाना इस बार होली में ।
मीनू यतिन
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