Category: SUMMER

वो बचपन

वो भी क्या दिन थे जब मैं अपने गाँव सनोखर भागलपुर जाया करती थी अपने माँ पिताजी भाई के साथ ।

आम ले लो…

आम के पेड़ के नीचे से गीरे हुए आम देख कर जगदीश ने अपनी जेब से एक छोटा सा चप्पू निकाला। उसने आम को काटा और नमक छिड़का। जब मैंने एक आम काटा, तो ऐसा लगा जैसे सारा ब्रह्मांड भीतर समा गया हो।