आज सजी यूँ अयोध्या पुरी
आज सजी यूँ अयोध्या पुरी, मन, मोर भटक भटक जायो रे, अमावस […]
आज सजी यूँ अयोध्या पुरी, मन, मोर भटक भटक जायो रे, अमावस […]
A four-leaf clover A symbol of luck But how it worked Left […]
घनघोर अंधेरा है, दुःख, दारिद्रय ने घेरा है, माँ, तुम कब ज्योति […]
Bright and Light Dull and gloom So many shades For it to […]
I am not going to be a software engineer or a pilot! […]
धुले धुले से पर्वतों के बीच, बादलों ने ली अंगड़ाई, वाह रे […]
नहीं मांगती वरदान अपने लिए, उसकी आस्था उसे बांधे रखती है उसकी […]
एक सूरमा यूँ चला था, अपनी परवरिश में यूँ ढला था, जुनून […]
उत्तर से दक्षिण के रस्सा कस्सी में, पूरब से पश्चिम भूमिपुत्रों की […]
आज़ादी का पर्व है, हर्षो उल्लास से मनाए, मन में उमंग के लाखों […]
What a day! For our heroes such as soldiers, police officers and […]
फैसलों का दामन हरदम तंग ही रहा, रीतियों और ख्वाहिशों का ऐसा […]