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SAGAR GUPTA -STAR Author of StoryBerrys

Sagar Gupta calls himself a simple “Gaon ka Chhora”. An aspirant young writer, his debut fiction “Chakravyuh Rishton Ka” is available on Kindle (ASIN : B081CYSYNQ) . Sagar runs two motivational blogs Adamantsagar.blogspot.com and Adamantsagar1.blogspot.com

सफ़र, प्यार और एक अधूरी दास्ताँ (Part 3)

ट्रैन और बस में सामान बेचने वालों की मार्केटिंग करने की टैलेंट ही अलग होती। अच्छे- अच्छे कॉलेज से किये MBA वाले भी उनके सामने पानी भरते।

सफ़र, प्यार और एक अधूरी दास्ताँ (Part 1)

प्यार कब, किससे हो जाए.. कहना मुश्किल है… प्यार में न जात देखी जाती और न बिरादरी.. प्यार तो दो दिलों का संगम है, जो दैहिक सुख से परे है..

घोंचू

कथाकार कहानी शुरू करे.. उससे पहले मैं सारा बात स्पष्ठ कर दूं और कुछ अपने बारे में भी बता दूं।
पहली बात ये कि मैं घोंचू नहीं हूँ। पता नहीं, कहानीकार को मेरे से कौन-सी व्यक्तिगत दुश्मनी थी कि उन्होंने कहानी का शीर्षक ‘घोंचू’ रखा।

यादें

अकल्पित मैंने उसे वहाँ दूर बैठा देख एक हल्की-सी मुस्कान दी। पर उसकी बेरुखी अब भी वैसी ही थी, जितनी 4-5 साल पहले थी। अतीत के गर्त से मैं तो बाहर आ गया था, पर शायद उसने अपने पर काट दिए थे.. शायद वो उससे निकलना ही नहीं चाहती थी।

नैन मटक्का

मैंने इस बार हिम्मत करके उसकी आँखों से अपनी आँखें मिलायी। उसकी आँखें मुझे ही देख रही थी और मेरे द्वारा उसको एकटक देखने से वो थोड़ी सी झेप गई और नजरें नीची कर ली।