सफ़र, प्यार और एक अधूरी दास्ताँ (Part 5)
“क्या बोल रही हो वंशिका? उसने तो उसी दिन, रात को कह दिया था कि हम बस दोस्त है और कुछ नहीं” अंशुमन ने धरल्ले से कह डाला।
SAGAR GUPTA -STAR Author of StoryBerrys
Sagar Gupta calls himself a simple “Gaon ka Chhora”. An aspirant young writer, his debut fiction “Chakravyuh Rishton Ka” is available on Kindle (ASIN : B081CYSYNQ) . Sagar runs two motivational blogs Adamantsagar.blogspot.com and Adamantsagar1.blogspot.com
“क्या बोल रही हो वंशिका? उसने तो उसी दिन, रात को कह दिया था कि हम बस दोस्त है और कुछ नहीं” अंशुमन ने धरल्ले से कह डाला।
ट्रैन की गति अभी कम हुई भी नहीं थी कि कुछ लोग अपने सामान को उठा कर ट्रैन के गेट के सामने खड़े होने लगे।
ट्रैन और बस में सामान बेचने वालों की मार्केटिंग करने की टैलेंट ही अलग होती। अच्छे- अच्छे कॉलेज से किये MBA वाले भी उनके सामने पानी भरते।
मुझे कब नींद आ गई, पता भी न चला। रात के लगभग 8 बज चुके थे। किसी स्टेशन में गाड़ी रुकी हुई थी।
कभी आपने रुक कर जिंदगी को कभी अच्छे से देखा है? कभी ध्यान दिया कि वो कैसी दिखती? खूबसूरत है या कुरूप?
प्यार कब, किससे हो जाए.. कहना मुश्किल है… प्यार में न जात देखी जाती और न बिरादरी.. प्यार तो दो दिलों का संगम है, जो दैहिक सुख से परे है..
Hindi / Romance / Short Story
by Sagar Gupta
by Sagar Gupta · Published May 28, 2021 · Last modified December 19, 2022
कथाकार कहानी शुरू करे.. उससे पहले मैं सारा बात स्पष्ठ कर दूं और कुछ अपने बारे में भी बता दूं।
पहली बात ये कि मैं घोंचू नहीं हूँ। पता नहीं, कहानीकार को मेरे से कौन-सी व्यक्तिगत दुश्मनी थी कि उन्होंने कहानी का शीर्षक ‘घोंचू’ रखा।
Hindi / Romance / Short Story
by Sagar Gupta
by Sagar Gupta · Published May 13, 2021 · Last modified December 11, 2021
अकल्पित मैंने उसे वहाँ दूर बैठा देख एक हल्की-सी मुस्कान दी। पर उसकी बेरुखी अब भी वैसी ही थी, जितनी 4-5 साल पहले थी। अतीत के गर्त से मैं तो बाहर आ गया था, पर शायद उसने अपने पर काट दिए थे.. शायद वो उससे निकलना ही नहीं चाहती थी।
Hindi / Romance / Short Story
by Sagar Gupta
by Sagar Gupta · Published May 2, 2021 · Last modified November 18, 2022
शौर्य भी उसके बात का मर्म समझ गया था। वो समझ गया था कि ये समाज शायद उनके प्यार को कभी समझ न सकेगा।
Hindi / Romance / Short Story
by Sagar Gupta
by Sagar Gupta · Published April 5, 2021 · Last modified April 28, 2022
मैंने इस बार हिम्मत करके उसकी आँखों से अपनी आँखें मिलायी। उसकी आँखें मुझे ही देख रही थी और मेरे द्वारा उसको एकटक देखने से वो थोड़ी सी झेप गई और नजरें नीची कर ली।