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अंकों का छलावा

पिछले सप्ताह हाईस्कूल और इंटरमीडिएट सीबीएसई तथा गुजरात माध्यमिक शिक्षा परिषद के बोर्ड के परिणाम आए हैं, बहुत से लोगों ने अपने बच्चों के परिणाम के विषय में बताया।

बड़े सपने देखो तो !

बातों –बातों में उसने अपने परिवार के किसी बड़ी उपलब्धि के बारे में बताया और फिर थोड़ा उदास होकर कहा, “ मैंने अपने छोटे-छोटे सपने तो पूरे कर लिए, पर बड़े सपने बाकी हैं ?”

जादुई घर

एक दिन एक लेखक की पत्नी ने उससे कहा कि तुम बहुत किताबें लिखते हो आज मेरे लिए कुछ लिखो तो फिर मुझे विश्वास होगा कि तुम सच में एक अच्छे लेखक हो।

फिर लेखक ने लिखा, “मेरा जादुई घर”।

दादाजी रॉक्स !

“दादाजी ये… दादाजी वो…” की पुकार से डिब्बा गूंज उठा। सोनल की आश्‍चर्य और उम्मीदभरी नज़रें पुस्तकें टटोलते स्मित पर टिक गईं।

आँखें

शालिनी ने लोगों की बातचीत से ही अंदाजा लगा लिया था कि नौकरी का आवेदन करने वाले ज्यादा हैं। वह मन ही मन नर्वस हो रही थी कि इतने आँख वालों के बीच उस अंधी लड़की को कॉल सेंटर में नौकरी कैसे मिलेगी ?

दीवाली बोनस

मैं केवल मोबाइल में बिजी होने का नाटक करता रहा था।
दरअसल, मेरा ध्यान और कान रसोई में पत्नी और शांता के बीच चल रही गरमागरम बातचीत पर थे।