Author:

Ashish Kumar Tripathi “Albela”

पुष्पांजलि

पुष्प को पुष्प की पुष्पांजलि कैसे दूँ,
हे ब्रह्म रचित प्रकृति तुझे तिलांजलि कैसे दूँ।
तेरी ममता के आकर्षण में, माँ के स्पर्श की अनुभूति है